POEMS (कवितायें )

  1. सूरदास जी के पद और कविताएं
  2. तुलसीदास की कविताएं
  3. भारत महिमा -जयशंकर प्रसाद
  4. हिमाद्रि तुंग श्रृंग से -जयशंकर प्रसाद
  5. सब जीवन बीता जाता है -जयशंकर प्रसाद
  6. आह ! वेदना मिली विदाई -जयशंकर प्रसाद
  7. अरुण यह मधुमय देश हमारा -जयशंकर प्रसाद
  8. आत्‍मकथ्‍य -जयशंकर प्रसाद
  9. तुम कनक किरन -जयशंकर प्रसाद
  10. बीती विभावरी जाग री -जयशंकर प्रसाद
  11. दो बूँदें -जयशंकर प्रसाद
  12. चित्राधार -जयशंकर प्रसाद
  13. लहर- जयशंकर प्रसाद
  14. अशोक की चिन्ता- जयशंकर प्रसाद
  15. ले चल वहाँ भुलावा देकर- जयशंकर प्रसाद
  16. निज अलकों के अंधकार में- जयशंकर प्रसाद
  17. मधुप गुनगुनाकर कह जाता- जयशंकर प्रसाद
  18. अरी वरुणा की शांत कछार- जयशंकर प्रसाद
  19. हे सागर संगम अरुण नील- जयशंकर प्रसाद
  20. उस दिन जब जीवन के पथ में- जयशंकर प्रसाद
  21. आँखों से अलख जगाने को- जयशंकर प्रसाद
  22. आह रे,वह अधीर यौवन- जयशंकर प्रसाद
  23. तुम्हारी आँखों का बचपन- जयशंकर प्रसाद
  24. अब जागो जीवन के प्रभात- जयशंकर प्रसाद
  25. कोमल कुसुमों की मधुर रात- जयशंकर प्रसाद
  26. कितने दिन जीवन जल-निधि में- जयशंकर प्रसाद
  27. मेरी आँखों की पुतली में- जयशंकर प्रसाद
  28. मेरी आँखों की पुतली में- जयशंकर प्रसाद
  29. जग की सजल कालिमा रजनी- जयशंकर प्रसाद
  30. वसुधा के अंचल पर- जयशंकर प्रसाद
  31. अपलक जगती हो एक रात- जयशंकर प्रसाद
  32. जगती की मंगलमयी उषा बन- जयशंकर प्रसाद
  33. चिर संचित कंठ से तृप्त-विधुर - जयशंकर प्रसाद
  34. काली आँखों का अंधकार- जयशंकर प्रसाद
  35. अरे कहीं देखा है तुमने- जयशंकर प्रसाद
  36. शशि-सी वह सुन्दर रूप विभा- जयशंकर प्रसाद
  37. अरे!आ गई है भूली-सी- जयशंकर प्रसाद
  38. निधरक तूने ठुकराया तब- जयशंकर प्रसाद
  39. ओ री मानस की गहराई- जयशंकर प्रसाद
  40. मधुर माधवी संध्या में- जयशंकर प्रसाद
  41. अंतरिक्ष में अभी सो रही है- जयशंकर प्रसाद
  42. शेरसिंह का शस्त्र समर्पण- जयशंकर प्रसाद
  43. पेशोला की प्रतिध्वनि- जयशंकर प्रसाद
  44. मैं तूफ़ानों मे चलने का आदी हूं -गोपालदास नीरज
  45. दिया जलता रहा - गोपालदास नीरज
  46. तुम ही नहीं मिले जीवन में -गोपालदास नीरज
  47. दो गुलाब के फूल छू गए जब से होठ अपावन मेरे -गोपालदास नीरज
  48. जलाओ दिए पर रहे ध्यान इतना -गोपालदास नीरज
  49. खग ! उडते रहना जीवन भर! -गोपालदास नीरज
  50. आदमी को प्यार दो -गोपालदास नीरज
  51. मानव कवि बन जाता है -गोपालदास नीरज
  52. मेरा गीत दिया बन जाए -गोपालदास नीरज
  53. है बहुत अंधियार अब सूरज निकलना चाहिये -गोपालदास नीरज
  54. मुस्कुराकर चल मुसाफिर -गोपालदास नीरज
  55. स्वप्न झरे फूल से, मीत चुभे शूल से -गोपालदास नीरज
  56. पृथ्वीराज रासो -चंदबरदाई पृथ्वीराज रासो का एक अंश
  57. पद्मावती - चंदबरदाई
  58. प्रन्म्म प्रथम मम आदि देव - चंदबरदाई
  59. तन तेज तरनि ज्यों घनह ओप - चंदबरदाई
  60. कुछ छंद - चंदबरदाई
  61. झुक नहीं सकते -अटल बिहारी वाजपेयी
  62. अपने ही मन से कुछ बोलें -अटल बिहारी वाजपेयी
  63. मौत से ठन गई -अटल बिहारी वाजपेयी
  64. दूध में दरार पड़ गई -अटल बिहारी वाजपेयी
  65. रामधारी सिंह दिनकर - कुरुक्षेत्र - तृतीय सर्ग - भाग-5
  66. रामधारी सिंह दिनकर - कुरुक्षेत्र - तृतीय सर्ग - भाग-4
  67. रामधारी सिंह दिनकर - कुरुक्षेत्र - तृतीय सर्ग - भाग-3
  68. रामधारी सिंह दिनकर - कुरुक्षेत्र - तृतीय सर्ग - भाग-2
  69. रामधारी सिंह दिनकर - कुरुक्षेत्र - तृतीय सर्ग - भाग-1
  70. रामधारी सिंह दिनकर - कुरुक्षेत्र - द्वितीय सर्ग - भाग-5
  71. रामधारी सिंह दिनकर - कुरुक्षेत्र - द्वितीय सर्ग - भाग-4
  72. रामधारी सिंह दिनकर - कुरुक्षेत्र - द्वितीय सर्ग - भाग-3
  73. रामधारी सिंह दिनकर - कुरुक्षेत्र - द्वितीय सर्ग - भाग-2
  74. रामधारी सिंह दिनकर - कुरुक्षेत्र - द्वितीय सर्ग - भाग-1
  75. रामधारी सिंह दिनकर - कुरुक्षेत्र - प्रथम सर्ग-भाग-2
  76. रामधारी सिंह दिनकर - कुरुक्षेत्र - प्रथम सर्ग-भाग-1
  77. Koi paar nadi ke gata - Harivansh Rai Bachchan
  78. Koi Deewana kahta hai - Kumar Vishwas कोई दीवाना कहता है (कविता) - कुमार विश्वास
  79. Agnipath Kavita- Harivansh Rai Bachchan (अग्निपथ - हरिवंश राय बच्चन)
  80. तुम मानिनि राधे - सुभद्राकुमारी चौहान
  81. खिलौनेवाला - सुभद्रा कुमारी चौहान
  82. Swadesh ke prati Kavita-Subhadra Kumari Chauhan स्वदेश के प्रति
  83. Pani aur Dhoop Kavita - पानी और धूप / सुभद्राकुमारी चौहान
  84. मधुमय प्याली-सुभद्रा कुमारी चौहान
  85. Thukra do ya pyar karo - Subhadra Kumari Chauhan
  86. Vyakul chah kavita - Subhadra Kumari Chauhan
  87. Rakhi Kavita- राखी Subhadra Kumari Chauhan
  88. Jaliyanwala Baag me basant Kavita - Subhadra Kumari Chauhan
  89. Mera Naya Bachpan kavita - Subhadra Kumari Chauhan
  90. Matru Mandir Kavita (मातृ मंदिर) Subhadra Kumari Chauhan
  91. Samarpan Kavita - Subhadra Kumari Chauhan
  92. Balika ka Parichay kavita (बालिका का परिचय- सुभद्रा कुमारी चौहान)
  93. आशा का दीपक -रामधारी सिंह दिनकर
  94. अटल बिहारी वाजपेयी की कविता - कदम मिलाकर चलना होगा
  95. निशा निमंत्रण -हरिवंशराय बच्चन ( Nisha Nimantran- Harivansh Rai Bachhan)
  96. मधुशाला के कुछ पद्य (Madhushala)
  97. तू खुद की खोज में निकल- Tanveer Ghanji
  98. पुष्प की अभिलाषा - माखनलाल चतुर्वेदी
  99. ये नव वर्ष हमें स्वीकार नहीं - रामधारी सिंह दिनकर
  100. अनोखा दान | Anokha Daan - Subhadra Kumari Chauhan
  101. खूनी हस्‍ताक्षर - गोपालप्रसाद व्यास, वह खून कहो किस मतलब का
  102. कोशिश करने वालों की हार नहीं होती
  103. वीर - " रामधारी सिंह दिनकर"
  104. जो बीत गई सो बात गई - हरिवंश राय बच्चन
  105. नर हो न निराश करो मन को - मैथिलीशरण गुप्त
  106. रुके न तू – हरिवंश राय बच्चन
  107. आराधना - सुभद्रा कुमारी चौहान
  108. कृष्ण की चेतावनी - रामधारी सिंह "दिनकर"
  109. यह कदम्ब का पेड़ - सुभद्राकुमारी चौहान