एक आदमी एक पार्क के आसपास टहलने जाता था। पार्क के पास एक झील थी। हर बार जब वह रविवार को टहलने के लिए जाता था, तो वह झील के किनारे एक बुजुर्ग महिला को बैठा हुआ देखता था और महिला के पास एक छोटा जाल भी था ।
आदमी यह देखने के लिए उत्सुक था कि वह बुजुर्ग महिला रोज वहां क्या करती है। इसलिए एक दिन उसने हिम्मत जुटाकर बुजुर्ग महिला के पास गया। वहाँ पहुँचते ही वह देखा की उस जाल में तीन छोटे छोटे कछुए थे।
अंदर तीन कछुए थे जो धीरे-धीरे जाल के आधार पर चल रहे थे और एक कछुआ उस बुजुर्ग महिलाओं की गोद में था। वह सावधानी से स्पंजी ब्रश से उनके खोल को रगड़ कर साफ़ कर रही थी।महिला से आदमी बोला : "हैलो, मैं आपको हर रविवार सुबह देखता हूं। अगर आपको बुरा नहीं लगता तो मुझे यह जानकर अच्छा लगेगा कि आप इन कछुओं के साथ क्या कर रही हैं। ”
उसने मुस्कुराते हुए कहा, “मैं उनके ऊपरी सतह साफ कर रही हूँ। कछुए के ऊपरी सतह पे कुछ काई लग जाती है जो की जैसे कछुए के खोल में कुछ भी शैवाल या काई गर्मी को अवशोषित करने या निकलने की क्षमता को कम कर देता है और परिणाम स्वरुप यह तैरने की गति को भी धीमा कर देता है। यह शैवाल या काई समय के साथ खोल को कमजोर कर देता है और इस तरह कछुए की लाइफ काम हो जाती है। ”
"वाह! वास्तव में यह कछुए के लिए तो बहुत अच्छा है! ” आदमी ने मुस्कुराते हुए उत्तर दिया। महिला ने कहा, "हर रविवार मैं यहां आती हूं और इन छोटे लोगों की मदद करने के लिए झील के किनारे घंटों आराम करती हूं। कुछ अंतर बनाने का और मदद करने का मेरा अपना तरीका है। "
आगे आदमी ने सवाल किया, "लेकिन अधिकांश कछुए शैवाल या काई के साथ ही अपना पूरा जीवन जीते हैं ? महिला ने उत्तर दिया, "हां, दुख की बात है कि उन्हें ऐसा करना पड़ता हैं।"
आदमी थोड़ा भ्रमित हो गया और पूछा, "तो फिर क्या आपको नहीं लगता कि आपका समय बेकार में खर्च हो रहा है? मेरा मतलब है कि आपका प्रयास बेकार नहीं जा रहा हैं, दुनिया भर में कई झीलों में रहने वाले बहुत कछुए हैं और उनमें से 99 प्रतिशत के पास खोल को साफ करने के लिए कोई नहीं है। तो आप वास्तव में आप कैसे फर्क कर रहे हैं? उनमे से आप बहुत काम ही लोगो के खोल को साफ़ कर पाती है। "
महिला ने मुस्कुराते हुए कछुए को अपनी गोद में देखा और कहा, "प्रिय, अगर यह छोटा कछुआ बोल सकता है तो वह आपको बताएगा कि मैंने कितना अंतर किया हैं।मेरे लिए अगर मै एक कछुए का खोल साफ़ कर दू तो वही बहुत बड़ा अन्तर होता है अगर हम उस एक कछुए के दृष्टि से देखे तो। "
कहानी से सीख :
आप दुनिया में बदलाव ला सकते हैं, भले ही वह बड़ा न हो लेकिन कही न कही वह बदलाव लता है । हमें वह करना चाहिए जो हम दूसरों की मदद में कर सकें। यहां तक कि यदि आप किसी के जीवन में छोटी मदद भी कर सकते है तो उस व्यक्ति के जीवन में एक बड़ा बदलाव ला सकता हैं। हमें छोटे छोटे बदलाव से ही शुरू करना चाहिए।