अपने सपनों को जिन्दा रखिए



जब आप एक शिशु रूप में थे तो आप परम ऊँचाई हासिल करने की आदर्श स्थिति में थे । क्या आप सार्वजनिक मंच पर बोलने, सफल बिजनेस की शुरुआत करने या स्काई डाइविंग से डरते हैं? बिलकुल नहीं । बचपन में एक फिल्म स्टार, अंतरिक्ष-यात्री या एक राष्ट्रपति बनने का सपना देखते थे । हम सब इस तरह के महान सपने देखते थे । हममें से कुछ महान बड़े उद्योगपति बनना या देश का नेतृत्व करना चाहते थे । कोई खेल में नाम कमाना चाहता था । किसी को एक आदर्श परिवारिक जीवन की चाहत हुआ करती थी, जिसमें अच्छे और प्यारे संबंध हों । आखिर उन सपनों का क्या हुआ? आपकी महत्वाकांक्षाएं और बड़ी उम्मीदें कहाँ गयीं? अपने सपनों को जिन्दा रखिए और आगे बढ़ते रहिये। 
 
लोगों और मान्यताओं ने हमें हमेशा सिखाया है कि कुछ चीजें हमारी औकात से बाहर की होती हैं । संसदीय सत्ता के गलियारे में पहुँचना सामान्य आदमी के वश में नहीं है । इसकी किस्मत में सिर्फ रोजी-रोटी कमाना और तमाम तरह के बिलों का भुगतान करना ही लिखा है और अपने सपनों को जिन्दा रखना तो एक सपना हो गया। धीरे-धीरे इस आदमी में अपने अंदर छुपी असीम शक्तियों से एक बुलंद जिंदगी जीने का जज्बा मर जाता है । आपके विचारों की दुनिया महान इनसान बनने का सपना देखने के रोमांच से सिमट कर बिलों का भुगतान करने और दरवाजे-दरवाजे जाकर कूरियर ब्वॉय का काम करने तक रह जाती है । 

लेकिन अपने अंदर एक विजेता की सोच फिर से जन्म ले सकती है । अपने अंदर सोयी आग को फिर से प्रज्वलित कर सकते हैं । अगर आप ऐसा चाहते हैं और सोचते है कि सफलता आजीवन आपका कदम चूमे तो यह अहम व जरूरी है कि स्वयं को और अपनी उर्जा को पूरी तरह इस तरफ लगायें । फिर आपको अपने जीवन का कायाकल्प होते देखने के लिए सालों इंतजार नहीं करना पड़ेगा । आपको अपने एहसास के तरीके, उर्जा के स्तर, धन के स्रोतों में जबरदस्त इजाफा और संबंधों में गहराई आने के लिए छह माह, छह सप्ताह, छह दिन का भी इंतजार करने की जरूरत नहीं होगी । वास्तविक रूपांतरण आने में महज एक सेकेंड का समय लगता है : अपने दिल की अतल गहराई से, पूरी निष्ठा व ईमानदारी से यह फैसला लें कि आप अपनी वर्तमान जिंदगी को एक नयी बुलंदी, चरमोत्कर्ष पर ले जान चाहते हैं । यह संकल्प लेने में मात्र एक सेकेंड लगता है ।
 

यह भी कहा जाता है कि आप एक मात्र सही विचार से अपनी जिंदगी को बदल सकते हैं । जिंदगी में स्थायी सफलता के लिए इच्छा-शक्ति, लगन और सतत अभ्यास की बेशक जरूरत होती है । बदलाव साफ दिखायी देने के लिए एक सप्ताह या दस दिनों तक की प्रतिक्षा नहीं करनी है । यह इस पर निर्भर करेगा कि आप अपने विचारों यानी निर्णय पर अमल करने में कितना समय लेते हैं ! आप अपनी जिंदगी का कायाकल्प कर सकते हैं । हमेशा से जिन चीजों को आपने चाहा उसको पा सकते हैं । युगों पुरानी कहावत हैʼ, _‘‘आपके विचार से कर्म का जन्म होता है, कर्म से आदत का निर्माण होता है, आदत से चरित्र बनता है और आपका चरित्र आपके भाग्य का निर्माण करता है। अपने सपनों को जिन्दा रखिए और अपने सपनो के लिए ही काम करते रहिये। 




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